
कोहली का असाधारण योगदान
विराट कोहली ने 12 मई 2025 को टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेकर दुनिया को चौंका दिया। 36 वर्षीय इस दिग्गज ने 123 टेस्ट में 9230 रन (30 शतक, 31 अर्धशतक, औसत 46.85) बनाए और 68 टेस्ट में 40 जीत के साथ भारत के सबसे सफल टेस्ट कप्तान बने। हाल के खराब फॉर्म के बाद उन्होंने संन्यास चुना। इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन ने स्काई स्पोर्ट्स क्रिकेट पॉडकास्ट पर कहा, “कोहली के आंकड़े उनकी कहानी कहते हैं, लेकिन वे आंकड़ों से कहीं आगे हैं। उनकी शख्सियत, जुनून और स्वैग बेमिसाल हैं।” X पर @Cricbuzz ने इसे “भावुक श्रद्धांजलि” कहा।
जीत के लिए बेचैनी थी कोहली की ताकत
हुसैन ने कोहली को चैंपियन बताया, जो हमेशा जीत के लिए बेचैन रहते थे। “वह 100% न दे सकें तो मैदान पर नहीं उतरते। लक्ष्य का पीछा करने में उनकी महारत इसी से थी,” उन्होंने कहा। कोहली का संन्यास शायद इसलिए, क्योंकि “वह साधारण क्रिकेटर नहीं बनना चाहते, बल्कि कुछ खास करना चाहते थे।” उनकी कप्तानी ने भारत को 42 महीने नंबर 1 बनाए रखा। X पर @BCCI ने कोहली को “टेस्ट क्रिकेट का प्रचारक” बताया, जबकि @ESPNcricinfo ने उनके 7204 कप्तानी रन को “ऐतिहासिक” कहा।
भारतीय क्रिकेट में कोहली का जुनून
हुसैन ने जोर दिया कि कोहली ने भारत में क्रिकेट के प्रति जुनून को नई ऊंचाई दी। “उन्होंने भारतीय क्रिकेट का खेलने का तरीका बदला।” माइकल एथरटन ने कहा, “कोहली की जगह लेना आसान नहीं। 15 साल तक वे और सचिन नंबर 4 पर थे।” कोहली का संन्यास इंग्लैंड दौरे से पहले भारत के लिए चुनौती है, जहां शुभमन गिल नेतृत्व करेंगे। X पर @StarSportsIndia ने प्रशंसकों को “कोहली युग” की याद दिलाई।
कोहली की विरासत
कोहली ने 2018/19 में ऑस्ट्रेलिया में ऐतिहासिक जीत और 2021 में इंग्लैंड में 2-1 सीरीज लीड दी। उनकी 89.7% पासिंग सटीकता और 4.2 औसत की पास, Opta के अनुसार, उनकी तकनीक दिखाती है। संन्यास के बाद, प्रशंसक और @DainikJagran कोहली को “भारत का गौरव” मानते हैं, जो ODI में नेतृत्व जारी रखेंगे।