
ऐतिहासिक घटना
20 जून 2025 को लीड्स के हेडिंग्ले स्टेडियम में इंग्लंड के खिलाफ पहला टेस्ट शुरू हुआ, जो भारतीय टेस्ट क्रिकेट में नए युग की शुरुआत है। 5050 दिनों (2011 के बाद) में पहली बार भारत रोहित शर्मा, विराट कोहली और रविचंद्रन अश्विन के बिना टेस्ट खेलेगा, जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया। 25 वर्षीय शुभमन गिल (25 वर्ष और 285 दिन) भारत के पांचवें सबसे युवा टेस्ट कप्तान बने, विराट कोहली (26 वर्ष और 34 दिन) को पीछे छोड़ते हुए, लेकिन मंसूर अली खान पटौदी, सचिन तेंडुलकर, कपिल देव और रवि शास्त्री से पीछे हैं।
दिग्गजों की अनुपस्थिति
रोहित शर्मा (67 टेस्ट, 4301 रन, 12 शतक), विराट कोहली (123 टेस्ट, 9230 रन, 30 शतक) और आर अश्विन (106 टेस्ट, 537 विकेट, 3503 रन) भारत के स्तंभ थे। उनकी अनुपस्थिति प्रशंसकों के लिए भावनात्मक है, क्योंकि 2011 के बाद हर टेस्ट में इनमें से कम से कम एक खेला। कोहली ने 2018 में इंग्लंड में 597 रन बनाए, एक सीरीज में दो शतक लगाने वाले पहले विदेशी बल्लेबाज बने, जबकि अश्विन ने जो रूट को नौ बार आउट किया। उनकी जगह यशस्वी जायसवाल, ऋषभ पंत और साय सुधर्शन जैसे युवा खिलाड़ी दबाव में हैं।
महत्वपूर्ण खिलाड़ी
शुभमन गिल, पहली बार कप्तानी कर रहे हैं, और विश्व के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज जसप्रीत बुमराह (इंग्लंड में 37 विकेट, 2.80 इकॉनॉमी) टीम का नेतृत्व करेंगे। बुमराह, जिन्होंने 2024/25 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 5 टेस्ट में 32 विकेट लिए, इशांत शर्मा (51 विकेट, इंग्लंड) का रिकॉर्ड तोड़ने के लिए 15 विकेट की जरूरत है। रवींद्र जडेजा (70 टेस्ट, 294 विकेट) और के.एल. राहुल (2018 में 597 रन) अनुभव जोड़ते हैं, जबकि अर्शदीप सिंह और अभिमन्यू ईश्वरन ताकत बढ़ाते हैं। ऑस्ट्रेलिया में 3 विकेट लेने वाले हर्षित राना डेब्यू कर सकते हैं।
आगे क्या?
तीन दिग्गजों के बिना पहली टेस्ट सीरीज भारत के लिए चुनौती है, जो 2007 के बाद इंग्लंड में सीरीज नहीं जीता। गौतम गंभीर के मार्गदर्शन में गिल आक्रामक खेल (ऑस्ट्रेलिया में 4.2 रन प्रति ओवर) चाहते हैं। बुमराह, वर्कलोड के कारण केवल तीन टेस्ट खेलेंगे, 20 जून से शुरू करेंगे। प्रशंसक इसे “नई शुरुआत” कहते हैं, लेकिन बेन स्टोक्स की इंग्लंड से डरते हैं। पहला टेस्ट जीतने से WTC 2025-27 फाइनल का रास्ता खुल सकता है, जहां भारत का लक्ष्य है।