महेंद्र सिंह धोनी के 20 रन: रोहित शर्मा के शतक पर भारी पड़े

महेंद्र सिंह धोनी के 20 रन: रोहित शर्मा के शतक पर भारी पड़े

चेन्नई सुपरकिंग्स और मुंबई इंडियंस के बीच एक बड़ी राइवलरी की जंग में, रोहित शर्मा की शतक पर महेंद्र सिंह धोनी के 20 रनों ने किया भारी। मुंबई इंडियंस की तरफ से तो यह माच बहुत कुछ था, लेकिन चेन्नई सुपरकिंग्स ने इसे 20 रनों से जीता और अपनी मुकाबले की बजाए बनाई। यहां तक कि पिछले छह मुकाबलों में भी चेन्नई की बाजी बनी रही है, जबकि मुंबई इंडियंस को सिर्फ एक मुकाबला जीतने का मौका मिला है।

चुनौती भरे मुकाबले में शानदार उपलब्धि

रोहित शर्मा और ईशान किशन ने 207 रन के लक्ष्य की ओर बढ़त बनाते हुए पावरप्ले में बिना किसी नुकसान के 63 रन बनाए, जिससे टीम को जीत की दिशा में आगे बढ़ाया। लेकिन पथिराना ने पहले ही ओवर में ईशान किशन और सूर्यकुमार यादव के विकेट गिराकर मुंबई को एक जटिल झटका पहुंचाया। शार्दुल ठाकुर ने ईशान किशन को उपहार दिया और सूर्यकुमार यादव का विकेट मुस्तफ़िज़ुर के शानदार कैच के बाद चला गया।

सूर्यकुमार ने पथिराना की गेंद को थर्डमैन क्षेत्र में गेंद की गति का इस्तेमाल करके छक्के के लिए खेला, पर वहां मौजूद मुस्तफ़िज़ुर ने उछलकर गेंद को पकड़ लिया. पर गेंद पकड़ने के बाद ज़मीन पर आते समय, उन्हें लगा कि पैर बाउंड्री के बाहर जा सकता है तो उन्होंने गेंद को अंदर उछालकर और फिर बाहर से अंदर आकर कैच पकड़कर मुंबई को ऐसा झटका दिया, जिससे वह उबर नहीं सकी.

रोहित शर्मा के साथ अच्छा साथ दे रहे तिलक वर्मा ने मुंबई इंडियंस को एक बार फिर जीत की तरफ आगे बढ़ाया. लेकिन पथिराना ने तिलक वर्मा और इसके बाद रोमारिओ शेफर्ड को बोल्ड करके पारी को फिर से पटरी से उतार दिया.

युवा गेंदबाज़ की उड़ान

पथिराना ने लगातार शानदार गेंदबाज़ी करके चार ओवर में 28 रन देकर चार विकेट निकाले और यह प्रदर्शन उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच बनाने वाला रहा। उन्होंने कहा कि “मैं जब पावरप्ले में गेंदबाज़ी करने आया तो थोड़ा नर्वस था। पर मैंने इस स्थिति में परिणाम पर ध्यान देने के बजाय गेंदबाज़ी पर ध्यान दिया और इसका परिणाम सामने आया है।” कमेंटरी करते समय इरफान पठान ने कहा कि पथिराना की सबसे बड़ी खूबी गेंदों का नपा-तुला होना है और इस पर काम करने पर उनकी गति भी अच्छी बनी रही है। उन्हें मलिंगा से भी बहुत कुछ सीखने को मिला है। पहले 17 आईपीएल मैच खेलने वाले गेंदबाज़ों में वह विकेट लेने के मामले में जसप्रीत बुमराह और मलिंगा को भी पीछे छोड़ने में सफल रहे हैं। इरफान पठान का कहना है कि मैदान पर ओस थी और इस स्थिति में 206 रन को बचाना आसान नहीं था। लेकिन पथिराना ने जिस तरह से गेंदबाज़ी की, वही जीत की वजह बनी। वह यॉर्कर डालने के साथ गेंदबाज़ी में लगातार वेरिएशन करते हैं, इसलिए उनके खिलाफ बड़े शॉट लगाना बेहद मुश्किल होता है। यही वजह है कि उनके खिलाफ एक भी छक्का नहीं लगा।

एक विशेष रन

महेंद्र सिंह धोनी ने डेरेल मिचेल के विकेट के बाद खेल में क्यों खासी भूमिका निभाई, इसकी रहस्यमयी कहानी। उनके 20 रन में छुपा जीत-हार का रहस्य।

धोनी की दीवानगी के चलते स्टेडियम में एक खास माहौल बना। वह नहीं सिर्फ मुंबई इंडियंस के लिए खेल रहे थे, बल्कि उनकी उपस्थिति स्टेडियम को जीवंत कर देती थी। धोनी ने अपने खेल से दिखाया कि उम्र का कोई मतलब नहीं, उनका दम अब भी वही है। रोहित शर्मा के साथ की तुलना में, धोनी की दीवानगी के बारे में और जानें।

ऋतुराज की ब्लिस्टरिंग बैटिंग

ऋतुराज गायकवाड़ इस मैच में पारी की शुरुआत नहीं कियी और वह तीसरे नंबर पर उतरे। उनकी आज की खेलकूद ने सीएसके के लिए बहुत ही अच्छे संकेत दिए। वे बहुत ही आक्रामक अंदाज में खेल रहे थे। ४० गेंदों में ६९ रनों की पारी खेलने में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने १७२ से ज्यादा के स्ट्राइक रेट के साथ पांच चौके और दो छक्के लगाए। ऋतुराज ने शिवम दुबे के साथ ४५ गेंदों में ९० रनों की साझेदारी की और पारी को पटरी पर डालने में अहम भूमिका निभाई। इससे पहले उन्होंने रचिन रविंद्र के साथ भी अर्धशतकीय साझेदारी की।

शिवम दुबे: टी-20 विश्व कप के लिए मज़बूत दावेदार

शिवम दुबे एक करिश्माई बल्लेबाज़ हैं जो इस सत्र में टी-20 विश्व कप की टीम के लिए मज़बूत दावेदार माना जा रहा है। उनकी महारत में बड़े शॉट खेलना और मैच का नक्शा अकेले दम पर बदलना शामिल है। उन्होंने मैच में 38 गेंदों में 66 रन की पारी खेली, जिसमें 10 चौके और दो छक्के थे। उन्होंने कहा कि उन्हें मैच के बाद बताया गया कि उन्हें अच्छी स्ट्राइक रेट से खेलना है, जिसके लिए उन्होंने कड़ी मेहनत की है। शिवम ने अपनी खेली शैली को बदलकर अब पेस गेंदबाज़ों के खिलाफ भी बड़े शॉट खेलने का काम किया है और इसका परिणाम भी दिख रहा है।

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लेखक के बारे में
क्रिकेट विशेषज्ञ

1987 में कोलकाता में पैदा हुए रोहन शर्मा ने 2012 में पुणे विश्वविद्यालय से स्पोर्ट्स सांख्यिकी में मास्टर्स की डिग्री पूरी की। 2013 से 2020 तक, उन्होंने भारतीय क्रिकेट बोर्ड के साथ सहयोग किया, खिलाड़ियों के एनालिटिक्स और खेल रणनीति के अनुकूलन पर ध्यान केंद्रित किया। शर्मा ने 16 शैक्षिक पेपर लिखे हैं, मुख्य रूप से गेंदबाजी तकनीकों के विकास और फ़ील्ड प्लेसमेंट के परिवर्तन का समर्थन किया। 2021 में, उन्होंने पत्रकारिता में परिवर्तन किया। शर्मा वर्तमान में क्रिकेट पर विश्लेषणात्मक लेख लिखते हैं, मैच गतिकी और खिलाड़ी रणनीतियों पर दृष्टिकोण प्रस्तुत करते हैं, नियमित रूप से विभिन्न खेल-केंद्रित प्लेटफ़ॉर्मों में योगदान करते हैं।

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