श्रीलंका दौरे के लिए टीम इंडिया की कप्तानी को लेकर बीसीसीआई की बैठक में तीखी बहस हुई। इस बैठक में टीम के चयन और कप्तानी को लेकर कई मुद्दों पर विचार-विमर्श किया गया।
श्रीलंका दौरे के लिए टी20 फॉर्मेट में भारतीय टीम की कप्तानी सूर्यकुमार यादव को सौंपी गई है। यह निर्णय हार्दिक पांड्या के चोटिल रहने के रिकॉर्ड को ध्यान में रखते हुए लिया गया। बीसीसीआई की बैठक में दो दिनों तक चर्चाएं चलीं, जिसमें खिलाड़ियों के चयन और भविष्य की रणनीतियों पर विस्तार से चर्चा हुई।
हार्दिक पांड्या को कप्तानी क्यों नहीं?
हार्दिक पांड्या का लगातार चोटिल रहना चयन समिति के लिए चिंता का विषय बना रहा है। हार्दिक ने 2023 वर्ल्ड कप के दौरान अपने टखने को चोटिल कर लिया था और आईपीएल 2024 में वापसी की थी। इसके अलावा, व्यक्तिगत कारणों से उन्होंने वनडे सीरीज से अपना नाम वापस ले लिया, जिससे चयन समिति के सदस्य और भी सतर्क हो गए।
सूर्यकुमार यादव की कप्तानी का तरीका
सूर्यकुमार यादव की कप्तानी की चर्चा तब शुरू हुई जब उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी20 सीरीज में टीम की कमान संभाली। उनके नेतृत्व के तरीके को रोहित शर्मा से भी जोड़ा जा रहा है। सूर्या ने खिलाड़ियों के साथ खुले मन से बात की और उन्हें हर मौके का फायदा उठाने के लिए प्रेरित किया। उनके दोस्ताना व्यवहार और अच्छे तालमेल ने उन्हें कप्तानी दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
मीटिंग के दौरान खिलाड़ियों को कॉल
मीटिंग के दौरान कई खिलाड़ियों को सीधे कॉल लगाया गया और टीम के भविष्य को लेकर लंबी अवधि की योजनाएं साझा की गईं। यह वार्ता अन्य बैठकों से काफी अलग रही, जिससे यह लगभग तय हो गया कि टीम मैनेजमेंट फिलहाल टी20 फॉर्मेट में सूर्यकुमार यादव और शुभमन गिल को लीडर के रूप में देख रहा है।
टीम इंडिया का श्रीलंका दौरा 27 जुलाई से शुरू होगा और 7 अगस्त तक चलेगा। इस दौरान दोनों देशों के बीच 3 टी20 और 3 वनडे मैच खेले जाएंगे। इस दौरे के लिए टीम का चयन और कप्तानी को लेकर हुई बहस ने सभी का ध्यान आकर्षित किया है।