मेलबर्न टेस्ट के दूसरे दिन, भारतीय पारी ने धीमी लेकिन स्थिर शुरुआत की। यशस्वी जयसवाल और विराट कोहली ने तीसरे विकेट के लिए 100 रन की साझेदारी की, जिसमें जयसवाल ने 118 गेंदों में 82 रनों की शानदार पारी खेली। दोनों बल्लेबाज आत्मविश्वास से भरे नजर आ रहे थे और भारतीय प्रशंसक बड़ी साझेदारी की उम्मीद कर रहे थे।
जयसवाल का रनआउट: आत्मघाती क्षण
41वें ओवर में जयसवाल ने स्कॉट बोलैंड की गेंद पर शानदार चौका मारकर 100 रन की साझेदारी पूरी की। लेकिन अगले ही गेंद पर उन्होंने जोखिम भरा रन लेने की कोशिश की।
पैट कमिंस के तेज थ्रो से अलेक्स कैरी ने जयसवाल को रनआउट कर दिया। उनकी 82 रनों की पारी, जिसमें 11 चौके और 1 छक्का शामिल था, अचानक खत्म हो गई। यह रनआउट भारतीय टीम के लिए बेहद महंगा साबित हुआ।
कोहली की गलती और टीम का पतन
जयसवाल के आउट होने के तुरंत बाद, विराट कोहली भी अगली पारी में बोलैंड की गेंद पर विकेटकीपर को कैच दे बैठे। कोहली ने 86 गेंदों में 36 रन बनाए। उनके आउट होते ही भारतीय टीम का पतन शुरू हो गया।
इसके बाद भारत ने एक के बाद एक तीन विकेट खो दिए। आकाशदीप और अन्य बल्लेबाज जल्द ही पवेलियन लौट गए। दिन के अंत तक भारत का स्कोर 5 विकेट पर 164 रन था और टीम अब भी 310 रनों से पीछे है।
ऑस्ट्रेलिया की मजबूत पकड़
इससे पहले, ऑस्ट्रेलिया ने अपनी पहली पारी में 474 रन का विशाल स्कोर बनाया। स्टीव स्मिथ ने अपनी 34वीं टेस्ट सेंचुरी पूरी करते हुए 121 रन बनाए। स्मिथ ने भारतीय टीम के खिलाफ सबसे ज्यादा शतक लगाने का रिकॉर्ड भी तोड़ दिया, जो पहले जो रूट के नाम था।
नतीजा: भारत की चुनौती
दिन का अंत भारत के लिए निराशाजनक साबित हुआ। जयसवाल और कोहली की गलतियों ने टीम को मुश्किल स्थिति में डाल दिया है। अब भारत को तीसरे दिन अपनी स्थिति संभालने के लिए एक बड़ी पारी की जरूरत है।