बेंगलुरु में सोमवार को आयोजित आरसीबी बनाम हैदराबाद मैच से पूर्व, टी-20 क्रिकेट में 13,000 से अधिक मैच खेले जा चुके थे। इस बार पहली बार किसी एकल मैच में लगभग 550 रन बनाए गए थे, जिसमें कई रिकॉर्ड टूटे। ट्रैविस हेड ने हैदराबाद की ओर से आईपीएल का सबसे तेज़ शतक लगाया, एक पारी में सबसे अधिक छक्के लगाए गए और आईपीएल का सबसे बड़ा स्कोर भी बनाया गया।
लेकिन इन सभी उपलब्धियों के बीच, 38 वर्षीय अनुभवी क्रिकेटर दिनेश कार्तिक ने एक यादगार पारी खेली और टी-20 वर्ल्ड कप के लिए भारतीय टीम में अपना स्थान सुनिश्चित करने की दावेदारी पेश की।
चिन्नास्वामी स्टेडियम में हैदराबाद द्वारा बनाए गए 287 रनों के जवाब में बेंगलुरु ने पूरी मेहनत की, लेकिन वे जीत से 25 रन पीछे रह गए।
क्रिकेट की उलटफेर भरी पारी
मैच से पहले की पिच रिपोर्ट पर चर्चा करते हुए केविन पीटरसन ने कहा कि पिच गेंदबाजों का सहायक होगी। मैच के अंतिम ओवरों में, जब एक बड़े स्कोर ने पीटरसन के विश्लेषण को गलत साबित किया, तो उन्होंने मजाक में ही सही, पिच रिपोर्ट देने से संन्यास लेने की बात कही।
सनराइज़र्स हैदराबाद ने मैच में पहले बैटिंग करते हुए अभिषेक शर्मा और ट्रेविस हेड की बदौलत शानदार शुरुआत की। जब नौवें ओवर में शर्मा 34 रन बनाकर आउट हुए, तब तक हैदराबाद ने 100 से अधिक रन बना लिए थे। ट्रेविस हेड ने मात्र 39 गेंदों में अपना शतक पूरा किया, जो आईपीएल में चौथा सबसे तेज़ शतक है और हैदराबाद के लिए सबसे तेज़ रहा।
पूर्व क्रिकेटर और कमेंटेटर ज़हीर खान ने कहा कि हेड ने योजना के तहत बैटिंग की। उन्होंने कहा, “हेड हर गेंद पर हिट करने का प्रयास नहीं कर रहे थे, बल्कि पिच और फील्ड प्लेसमेंट को समझकर उचित शॉट्स खेल रहे थे। जब बेंगलुरु की टीम ने गेंदबाजी में थोड़े बदलाव किए और ऑफ-स्टंप के बाहर गेंदें डालीं, तो हेड ने अपने शॉट्स को भी बदल दिया।
हैदराबाद का नया कीर्तिमान: ट्रैविस हेड की धमाकेदार पारी
ट्रैविस हेड ने 41 गेंदों पर 102 रन बनाकर आउट हो गए। इस पारी में उन्होंने 9 चौके और 8 छक्के लगाए।
ट्रैविस हेड के बाद क्लासेन ने ज़िम्मेदारी संभाली और 31 गेंदों पर 61 रन बनाए। ऐडन मार्करम और अब्दुल समद ने भी जोरदार पारियां खेलीं और हैदराबाद ने 20 ओवरों में 3 विकेट खोकर 287 रन बना लिए।
हैदराबाद की टीम ने कुछ दिन पहले मुंबई के खिलाफ 277 रन बनाकर आईपीएल की एक पारी में सर्वोच्च स्कोर बनाया था और मंगलवार को उन्होंने अपना ही रिकॉर्ड तोड़ दिया।
इस पारी में कुल 22 छक्के लगे, जो एक नया कीर्तिमान है। पारी के बाद ट्रैविस हेड ने बताया कि विकेट बैटिंग के लिए अनुकूल था और उन्होंने इसका पूरा लाभ उठाया।
अगर हम इस मैच से नज़र हटाकर देखें तो पाएंगे कि ट्रैविस हेड वास्तव में बड़े मैचों के खिलाड़ी हैं। भारतीय टीम अगर 2023 में क्रिकेट की दो विश्व चैम्पियनशिप नहीं जीत पाई, तो इसकी प्रमुख वजह ट्रैविस हेड थे।
ट्रैविस हेड ने वर्ष 2022 में भारत के खिलाफ टी-20 सीरीज में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में अपना डेब्यू किया था। 22 वर्षीय हेड उस सीरीज में कुछ खास नहीं कर पाए थे। उनकी प्रतिभा पर किसी को संदेह नहीं था, परंतु वे उस प्रतिभा को लगातार सही परिणामों में नहीं बदल पा रहे थे।
क्रिकेट में उभरता सितारा
2018 में उन्होंने टेस्ट मैच में पहली बार खेलना शुरू किया और ऑस्ट्रेलियाई टीम में उनकी स्थिति अस्थिर रही। उनकी किस्मत में असली बदलाव 2021 के बाद आया, जब उन्होंने ब्रिसबेन में इंग्लैंड के खिलाफ ऐशेज़ के मैच में मात्र 85 गेंदों पर शतक जड़ा।
उन्होंने 152 रन बनाकर ‘मैन ऑफ़ द मैच’ का खिताब जीता। इसके बाद वनडे में उन्हें बतौर ओपनर लगातार अवसर मिले और वे ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाजी योजना के मुख्य स्तम्भ बन गए।
2023 में, वनडे विश्व कप के फ़ाइनल में उन्होंने भारत के खिलाफ 120 गेंदों पर 137 रन बनाकर ऑस्ट्रेलिया को विश्व विजेता बनाने में मदद की।
इसी तरह, टेस्ट चैम्पियनशिप के फ़ाइनल में ट्रैविस हेड ने भारत के खिलाफ महत्वपूर्ण पारी खेली। इंग्लैंड के ओवल में उनकी 163 रनों की पारी ने टेस्ट क्रिकेट में भी ऑस्ट्रेलिया को विश्व विजेता बनाया, जबकि भारतीय टीम को निराशा हाथ लगी।