भारतीय क्रिकेट टीम के फैंस का सपना है कि टीम इंडिया आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में जगह बनाए। लेकिन न्यूज़ीलैंड के खिलाफ हाल ही में हुई तीन टेस्ट मैचों की हार ने इस सपने को मुश्किल बना दिया है। इस झटके के बाद भारतीय टीम को फाइनल में पहुंचने के लिए अब ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में असाधारण प्रदर्शन करना होगा। भारत को इस 5 मैचों की टेस्ट सीरीज में 4 मैच जीतने की आवश्यकता है, जो की एक अत्यंत चुनौतीपूर्ण कार्य है।
न्यूज़ीलैंड से हार के बाद बड़ा झटका
भारत ने घर में न्यूज़ीलैंड के खिलाफ सीरीज की उम्मीदें बेहद ऊंची रखी थीं, लेकिन कीवी टीम ने हर बार भारत को मात दी। इस तीन मैचों की हार ने भारत की राह को बेहद कठिन बना दिया है। अब भारतीय टीम को कोई चमत्कार ही वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल का टिकट दिला सकता है।
ऑस्ट्रेलिया में चुनौती का पहाड़
ऑस्ट्रेलिया के घरेलू मैदानों पर उनकी तेज और उछाल भरी पिचें भारतीय बल्लेबाजों के लिए कठिनाई पैदा कर सकती हैं। पर्थ में खेले जाने वाले पहले टेस्ट मैच से ही भारतीय बल्लेबाजों को पैट कमिंस, मिचेल स्टार्क और जोश हेज़लवुड जैसे गेंदबाजों का सामना करना होगा। ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस ने पहले ही साफ किया है कि इस बार भारत को जीतना आसान नहीं होने देंगे।