
सीरीज 1–1, फैसला अब वाइजैग में
भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच वनडे सीरीज का तीसरा और निर्णायक मुकाबला शनिवार (6 दिसंबर) को वाइजैग यानी विशाखापत्तनम में खेला जाएगा।
रांची में भारत जीता, रायपुर में दक्षिण अफ्रीका ने वापसी की, अब सीरीज 1–1 से बराबर है और फैसला डॉ. वाईएस राजशेखर रेड्डी एसीए–वीडीसीए क्रिकेट स्टेडियम में होगा।
वाइजैग में टीम इंडिया का दमदार वनडे रिकॉर्ड
इस मैदान पर टीम इंडिया का प्रदर्शन बेहद प्रभावशाली रहा है।
भारत ने यहां अब तक 10 वनडे खेले हैं, जिनमें से 7 जीते हैं, 2 हारे हैं, जबकि 24 अक्टूबर 2018 को वेस्टइंडीज के खिलाफ मुकाबला टाई रहा था, जब वनडे में सुपर ओवर का प्रावधान नहीं था।
यहीं से शुरू हुई ‘ब्रांड धोनी’ की असली पहचान
वाइजैग वही मैदान है जहां महेंद्र सिंह धोनी ने पहली बार दुनिया को चौंकाया।
5 अप्रैल 2005 को भारत–पाकिस्तान ODI में, अपने करियर के सिर्फ पांचवें मैच में, धोनी पहली बार नंबर 3 पर उतरे और 123 गेंदों पर 148 रनों की धमाकेदार पारी खेली, साथ ही दो कैच भी लपके।
इससे पहले उनके शुरुआती चार वनडे खास नहीं रहे थे – डेब्यू पर शून्य, फिर 12, 7* और 3 रन – लेकिन वाइजैग ने उनकी कहानी बदल दी और यहीं से ‘द महेंद्र सिंह धोनी’ की ताकत दुनिया ने पहचानी।
वाइजैग के बादशाह: विराट कोहली
इस मैदान पर रन बनाने की बात हो तो सबसे ऊपर नाम आता है विराट कोहली का।
कोहली ने वाइजैग में 7 वनडे में 587 रन ठोके हैं, जिसमें 3 शतक और 2 अर्धशतक शामिल हैं।
उनका औसत 97.83 और स्ट्राइक रेट 100.34 रहा है, जबकि उनका सर्वाधिक स्कोर 157* वेस्टइंडीज के खिलाफ 24 अक्टूबर 2018 को बना था।
हिटमैन रोहित भी चमके हैं वाइजैग में
दूसरे नंबर पर हैं ‘हिटमैन’ रोहित शर्मा।
रोहित ने भी इस मैदान पर 7 वनडे खेले हैं और 355 रन बनाए हैं, जिनमें 1 शतक और 2 अर्धशतक शामिल हैं।
उनका औसत 59.16 और स्ट्राइक रेट 99.43 रहा है, यानी वाइजैग में उनका बल्ला भी जमकर बोलता है।
धोनी के आंकड़े और कुलदीप की गेंदबाजी
धोनी ने वाइजैग में खेले 7 वनडे में कुल 260 रन बनाए हैं, 65.00 की औसत और 104.83 के स्ट्राइक रेट के साथ – यह दिखाता है कि इस मैदान ने उन्हें लगातार सपोर्ट किया है।
गेंदबाजी में कुलदीप यादव यहां सबसे सफल रहे हैं; उन्होंने इस मैदान पर 4 मैचों में 9 विकेट अपने नाम किए हैं।
दक्षिण अफ्रीका के लिए नया अनुभव, भारत के लिए एडवांटेज
दक्षिण अफ्रीका की टीम ने वाइजैग में अब तक कोई वनडे नहीं खेला है, इसलिए यह उनके लिए बिल्कुल नया अनुभव होगा।
वहीं भारत इस पिच और हालात को अच्छी तरह जानता है, इसलिए मेजबानों के पक्ष में बड़ा मनोवैज्ञानिक एडवांटेज रहेगा।
टेस्ट क्लीन स्वीप के बाद वनडे में बदला और प्रतिष्ठा दांव पर
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज भारत 0–2 से हार चुका है और क्लीन स्वीप झेल चुका है।
ऐसे में टीम इंडिया कतई नहीं चाहेगी कि वनडे सीरीज भी हाथ से निकल जाए।
वाइजैग में मजबूत रिकॉर्ड, रोहित–कोहली की आग उगलती बल्लेबाजी और धोनी की पुरानी यादें – सब मिलकर भारत को 2–1 से सीरीज जीतने के लक्ष्य पर फोकस दे रही हैं।