
सिडनी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे वनडे के दौरान श्रेयस अय्यर को पसली में गंभीर चोट लगी। इसके बाद सोमवार को उन्हें ICU में भर्ती करना पड़ा। शाम तक उन्हें वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया और अब उनकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है। प्रारंभिक संकेत बताते हैं कि वे दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अगली घरेलू वनडे सीरीज से बाहर रह सकते हैं।
मैदान पर कैसे लगी चोट और क्या हुआ आगे
ऑस्ट्रेलियाई पारी के 34वें ओवर में अय्यर ने पीछे दौड़ते हुए डाइव लगाकर एलेक्स कैरी का कैच पकड़ने की कोशिश की। गेंद नियंत्रण में लाते समय संतुलन बिगड़ा और वे जोर से जमीन पर गिरे। दर्द बढ़ने पर उन्हें ड्रेसिंग रूम ले जाया गया और तुरंत अस्पताल भेजा गया। बीसीसीआई की मीडिया सलाह में पसली की चोट की पुष्टि की गई और इसे संभावित रूप से खतरनाक बताया गया, हालांकि फिलहाल वे स्थिर हैं।
ICU से वार्ड तक और मौजूदा स्थिति
सोमवार को स्थिति बिगड़ने पर अय्यर को ICU में रखा गया था। कुछ घंटे निगरानी के बाद उन्हें ICU से बाहर शिफ्ट कर दिया गया। बीसीसीआई के डॉक्टर मौके पर हैं और स्थानीय विशेषज्ञों से समन्वय कर रहे हैं। ताजा रिपोर्टों के अनुसार सिडनी के अस्पताल में इलाज जारी है। परिवार के एक सदस्य के आने की प्रक्रिया भी चल रही है, जहाँ वीजा औपचारिकताओं के कारण थोड़ी देरी हो सकती है।
पसली की चोट कितनी गंभीर मानी जाती है
जोरदार गिरावट के कारण पसली में चोट लगने से भीतर रक्त जमाव जैसी जटिलता हो सकती है। ऐसी स्थितियों में कड़ी निगरानी, पूर्ण आराम और क्रमवार इमेजिंग की जरूरत होती है। अधिकतर मामलों में बिना सर्जरी इलाज करने की कोशिश होती है, पर उच्च ग्रेड की चोटों में ICU निगरानी की जरूरत पड़ सकती है और विरल मामलों में सर्जिकल हस्तक्षेप भी संभव है।
रिकवरी टाइमलाइन और अगला कदम
बीसीसीआई ने समयसीमा घोषित नहीं की है। सामान्यतः लो से मॉडरेट ग्रेड की पसली चोट के बाद पूरी ट्रेनिंग में लौटने में छह से बारह सप्ताह लगते हैं। उच्च ग्रेड की चोटों में तीन से छह महीने लग सकते हैं, खासकर जब ICU अवलोकन या जटिलताएँ शामिल हों। जब तक चोट का सटीक ग्रेड साझा नहीं होता, वापसी की कोई तारीख अनुमान ही रहेगी। फिलहाल हफ्तों में सोचने की सलाह दी जा रही है, दिनों में नहीं।