
भारत के विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत को चौथे टेस्ट मैच के पहले दिन इंग्लैंड के तेज गेंदबाज क्रिस वोक्स की गेंद पर रिवर्स स्वीप करते हुए चोट लग गई। पंत को दाहिने पैर के अंगूठे में चोट आई और उन्हें मैदान से बाहर ले जाया गया। पंत उस समय 48 गेंदों में 37 रन बना रहे थे।
चोट के कारण 10 खिलाड़ियों के साथ खेलने की स्थिति
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने कहा कि ऋषभ पंत की चोट की वजह से भारत को 10 खिलाड़ियों के साथ खेलना पड़ सकता है। वॉन का मानना है कि अगर कोई खिलाड़ी गंभीर चोट से जूझ रहा हो, जैसे हाथ या पैर टूटने पर, तो पहले मैच में उसकी जगह दूसरे खिलाड़ी को खेलाने की अनुमति होनी चाहिए। इस विषय पर क्रिकेट के नियमों में बदलाव की भी बात उठी है।
पंत की चोट और भारत के लिए झटका
ऋषभ पंत की चोट भारतीय टीम के लिए एक बड़ा झटका है, खासकर जब टीम पहले ही चोटिल खिलाड़ियों से जूझ रही है। पंत को मैदान से बाहर ले जाने के बाद यह तय हुआ कि उनकी चोट गंभीर है और कम से कम 6 हफ्ते के आराम की सलाह दी गई है।
टीम के कवर के तौर पर इशान किशन को बुलाया जा रहा है, ताकि पंत की कमी को भर सके।
पंत की वापसी और संभावित प्रभाव
2022 में एक जानलेवा हादसे के बाद पंत की वापसी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पिछले साल हुई थी, और अब उनकी चोट ने एक बार फिर टीम को कठिन स्थिति में डाल दिया है।
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने इस मुद्दे पर कहा कि पंत की चोट के बाद टेस्ट क्रिकेट के नियमों में बदलाव की जरूरत है, जबकि इंग्लैंड के पूर्व कप्तान एलीटियर कुक ने इस सुझाव से असहमत होते हुए कहा कि इससे टेस्ट क्रिकेट असंतुलित हो जाएगा।
भारत को फिलहाल 5 मैचों की सीरीज में 1-2 से पिछड़ा हुआ है, और यह स्थिति टीम के लिए और अधिक चुनौतीपूर्ण हो सकती है।