पेरिस पैरालंपिक 2024 का उद्घाटन समारोह 28 अगस्त को एक ऐतिहासिक आयोजन के रूप में शुरू हुआ। पहली बार, यह समारोह स्टेडियम से बाहर आयोजित किया गया, जो कि पेरिस के प्रसिद्ध चैम्प्स एलिसीस और प्लेस डे ला कोंकोर्ड में हुआ। इस अनोखे आयोजन ने सभी का ध्यान आकर्षित किया और इसकी भव्यता ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
भारतीय दल का जोश और तिरंगा की शान
भारत के 100 से अधिक सदस्यों का दल इस समारोह में भाग लेने के लिए पेरिस पहुंचा। इस दल में 52 खिलाड़ी शामिल हैं, जो 12 विभिन्न खेलों में अपनी किस्मत आजमाएंगे। भारतीय ध्वजवाहक के रूप में जेवलिन थ्रोअर सुमित अंतिल और शॉटपुट खिलाड़ी भाग्यश्री जाधव ने तिरंगा फहराया। उनका आत्मविश्वास और जोश भारतीय दल के प्रदर्शन को और भी प्रेरित करेगा।
टोक्यो पैरालंपिक से पेरिस तक: नए लक्ष्य और चुनौतियाँ
2021 में टोक्यो पैरालंपिक में भारत ने 5 स्वर्ण पदकों के साथ कुल 19 पदक जीते थे, जिससे वह 24वें स्थान पर रहा। इस बार भारतीय दल का लक्ष्य पदकों की संख्या को बढ़ाकर 25 से अधिक करना है। इसके लिए 84 एथलीट अपनी पूरी ताकत झोंकने के लिए तैयार हैं। भारतीय पैरालंपिक समिति के अध्यक्ष देवेंद्र झाझडिया ने बताया कि जिन खिलाड़ियों के 29 अगस्त को मैच हैं, वे उद्घाटन समारोह में भाग नहीं लेंगे, ताकि वे अपने खेल पर पूरी तरह से ध्यान केंद्रित कर सकें।
गूगल डूडल और पैरालंपिक की डिजिटल धूम
गूगल ने भी इस महत्वपूर्ण अवसर के लिए एक विशेष डूडल तैयार किया है। इस डूडल में मेडल के साथ पेरिस के आसमान में उड़ते हुए पक्षियों को दर्शाया गया है, जो इस आयोजन की भव्यता को और भी बढ़ाता है। पेरिस पैरालंपिक 2024 से संबंधित सभी जानकारी गूगल पर उपलब्ध है, जिससे दर्शक इसे आसानी से देख सकते हैं।
पेरिस पैरालंपिक का प्रसारण: कहां और कैसे देखें
यदि आप इस ऐतिहासिक आयोजन को देखना चाहते हैं, तो पेरिस पैरालंपिक 2024 का लाइव प्रसारण जियो सिनेमा और स्पोर्ट्स 18 नेटवर्क पर फ्री में उपलब्ध है। इसके अलावा, दैनिक भास्कर ऐप पर भी आप इस आयोजन से जुड़ी हर खबर और अपडेट्स पा सकते हैं।
निष्कर्ष: भारतीय दल से उम्मीदें और संभावनाएँ
पेरिस पैरालंपिक 2024 में भारतीय दल ने जिस जोश और उमंग के साथ शुरुआत की है, उससे उम्मीदें काफी बढ़ गई हैं। भारत के 84 एथलीट 12 खेलों में अपनी चुनौतियों का सामना करेंगे और देश के लिए गौरव लाने का पूरा प्रयास करेंगे। भारतीय खेल प्रेमी इस बार भी अपने खिलाड़ियों से शानदार प्रदर्शन की उम्मीद कर रहे हैं।
इस बार का पैरालंपिक न केवल खेलों का महाकुंभ है, बल्कि भारतीय खेलों के इतिहास में एक नया अध्याय लिखने का मौका भी है।