
भारत और पाकिस्तान के बीच एशिया कप में खेले गए मुकाबले के बाद एक विवाद ने तूल पकड़ लिया। भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव द्वारा मैच के बाद पाकिस्तान टीम से हाथ न मिलाने और टॉस के दौरान भी ऐसा न होने के कारण पाकिस्तान ने मैच रेफ़री से शिकायत की है।
सूर्यकुमार यादव का जवाब
पोस्ट मैच प्रेस कॉन्फ्रेंस में जब सूर्यकुमार से हाथ न मिलाने पर सवाल पूछा गया, तो उन्होंने सीधे और सधे हुए तरीके से जवाब दिया, “भारत सरकार, बीसीसीआई और हम, तीनों एक पेज पर थे. हम यहां आए और हमने एक फ़ैसला किया था। मुझे लगता है कि हम यहां सिर्फ़ गेम खेलने आए थे और हमने उन्हें बढ़िया जवाब दिया।”
पाकिस्तान ने किया मैच रेफ़री पर आरोप
पाकिस्तान के कोच माइक हेसन ने इस मुद्दे पर निराशा जताई। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के खिलाड़ी मैच के बाद हाथ मिलाने के लिए तैयार थे, लेकिन भारतीय खिलाड़ी पहले ही ड्रेसिंग रूम में जा चुके थे। इसके बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने मैच रेफ़री एंडी पाइक्रॉफ़्ट के खिलाफ इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) से शिकायत की, आरोप लगाते हुए कि पाइक्रॉफ़्ट ने टॉस के समय दोनों टीमों के कप्तानों को हाथ न मिलाने का निर्देश दिया था।
पाकिस्तान का दावा और भारतीय प्रतिक्रिया
पाकिस्तान के PCB अध्यक्ष मोहसिन नक़वी ने कहा, “मैच रेफ़री ने ICC कोड ऑफ़ कंडक्ट और स्पिरिट ऑफ़ क्रिकेट को उल्लंघन किया है।” हालांकि, भारतीय टीम के सूत्रों ने यह दावा किया है कि मैच रेफ़री की तरफ से ऐसा कोई निर्देश नहीं दिया गया था।
हैंडशेक परंपरा का महत्व
टॉस के समय दोनों टीमों के कप्तानों का हाथ मिलाना और मैच खत्म होने के बाद सभी खिलाड़ियों का एक-दूसरे से हैंडशेक करना क्रिकेट की पुरानी परंपरा है। कोरोना महामारी के दौरान इसे कुछ समय के लिए रोका गया था, लेकिन इसके बाद यह परंपरा फिर से लागू की गई है।