NZ vs WI: जैकब डफी के पंजे ने न्यूजीलैंड को दिलाई जीत, विंडीज को नौ विकेट से रौंदा, सीरीज में बढ़त

पहले टेस्ट में कड़ा मुकाबला कर ड्रॉ बचाने वाली वेस्टइंडीज की टीम वेलिंग्टन में खेले गए दूसरे टेस्ट में न्यूजीलैंड के सामने पूरी तरह बिखर गई। तेज गेंदबाज जैकब डफी की घातक गेंदबाजी ने कैरेबियाई टीम को घुटनों पर ला दिया और कीवी टीम ने आराम से मैच अपने नाम कर तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली।

दूसरी पारी में वेस्टइंडीज को महज 128 रन पर समेटने के बाद न्यूजीलैंड को जीत के लिए केवल 56 रनों का लक्ष्य मिला, जिसे मेजबान टीम ने सिर्फ एक विकेट खोकर हासिल कर लिया।

डफी का पांच विकेट वाला स्पेल, दूसरी बार चमके सीरीज में

स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। वेलिंग्टन टेस्ट का असली नायक रहे जैकब डफी, जिन्होंने दूसरी पारी में 38 रन देकर पांच विकेट लिए और वेस्टइंडीज की पूरी बल्लेबाजी लाइन-अप को ध्वस्त कर दिया। यह इस सीरीज में उनका दूसरा पाँच विकेट haul है, जिससे साबित हुआ कि वे इस मुकाबले में कीवी आक्रमण के लीडर हैं।

वेस्टइंडीज की पहली पारी 205 रन पर सिमट गई थी। इसके जवाब में न्यूजीलैंड ने अपनी पहली पारी 9 विकेट पर 278 रन पर घोषित कर दी और 73 रनों की मजबूत बढ़त बना ली। इस बढ़त का दबाव विंडीज पर साफ दिखा, जो दूसरी पारी में न्यूजीलैंड के स्कोर को पार करने के करीब भी नहीं पहुँच पाई।

डफी के अलावा मिचेल रे ने भी बेहतरीन गेंदबाजी की और तीन विकेट झटके, जबकि जैक फॉल्क्स ने एक सफलता हासिल की। मिलकर इन गेंदबाजों ने वेस्टइंडीज की बैटिंग को कभी जमने नहीं दिया।

कॉन्वे और विलियमसन ने आसानी से पूरा किया छोटा लक्ष्य

चौथी पारी में 56 रनों का आसान सा लक्ष्य सामने था, जिसे न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों ने बिना दबाव के हासिल कर लिया। टीम ने जीत की राह में सिर्फ कप्तान टॉम लैथम का विकेट गंवाया, जो एंडरसन फिलिप की गेंद पर सिर्फ 9 रन बनाकर आउट हो गए।

डेवन कॉन्वे ने धाकड़ अंदाज में बल्लेबाजी करते हुए 22 गेंदों पर 6 चौकों की मदद से नाबाद 28 रन बनाए। उनके साथ केन विलियमसन ने 12 गेंदों पर 16 रन की तेजतर्रार पारी खेली और 4 चौके जड़े। दोनों ने मिलकर विंडीज के गेंदबाजों को कोई मौका नहीं दिया और मैच को एकतरफा बना डाला।

दूसरी पारी में विंडीज की बैटिंग पूरी तरह धराशायी

दूसरे दिन के अंत में वेस्टइंडीज का स्कोर 2 विकेट पर 32 रन था, लेकिन तीसरे दिन उनकी पारी ताश के पत्तों की तरह बिखर गई। ब्रैंडन किंग ने कुछ देर तक संघर्ष करते हुए 47 गेंदों पर 22 रन (4 चौकों के साथ) बनाए, मगर उनके आउट होते ही गिरने का सिलसिला थम नहीं पाया।

शाई होप सिर्फ 5 रन बनाकर तीन गेंदों में ही चलते बने, जबकि रोस्टन चेज़ केवल 2 रन ही जोड़ सके। पहले टेस्ट में संघर्ष भरी पारी खेलकर मैच बचाने वाले जस्टिन ग्रीव्स ने इस बार भी लड़ने की कोशिश की, लेकिन दूसरे छोर से उन्हें कोई सपोर्ट नहीं मिला। वे 57 गेंदों पर 25 रन बनाकर आउट हुए।

आखिरी झटका भी डफी ने ही दिया, जब उन्होंने ओजे शील्ड्स को आउट कर वेस्टइंडीज की पारी 128 पर समेट दी। इस तरह न्यूजीलैंड को छोटा टारगेट मिला और डफी की घातक गेंदबाजी ने विंडीज की उम्मीदों पर पूरी तरह पानी फेर दिया।

नतीजतन, वेलिंग्टन टेस्ट में न्यूजीलैंड ने नौ विकेट से शानदार जीत दर्ज कर तीन मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली और मेज़बानों का दबदबा साफ़ तौर पर दिखा दिया।

लेखक के बारे में
क्रिकेट विशेषज्ञ

1987 में कोलकाता में पैदा हुए रोहन शर्मा ने 2012 में पुणे विश्वविद्यालय से स्पोर्ट्स सांख्यिकी में मास्टर्स की डिग्री पूरी की। 2013 से 2020 तक, उन्होंने भारतीय क्रिकेट बोर्ड के साथ सहयोग किया, खिलाड़ियों के एनालिटिक्स और खेल रणनीति के अनुकूलन पर ध्यान केंद्रित किया। शर्मा ने 16 शैक्षिक पेपर लिखे हैं, मुख्य रूप से गेंदबाजी तकनीकों के विकास और फ़ील्ड प्लेसमेंट के परिवर्तन का समर्थन किया। 2021 में, उन्होंने पत्रकारिता में परिवर्तन किया। शर्मा वर्तमान में क्रिकेट पर विश्लेषणात्मक लेख लिखते हैं, मैच गतिकी और खिलाड़ी रणनीतियों पर दृष्टिकोण प्रस्तुत करते हैं, नियमित रूप से विभिन्न खेल-केंद्रित प्लेटफ़ॉर्मों में योगदान करते हैं।

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