
सीरीज का संदर्भ और पिच पर फोकस
भारत और साउथ अफ्रीका के बीच दो टेस्ट 14 नवंबर से ईडन गार्डन्स में शुरू होंगे। ऑस्ट्रेलिया दौरे के तुरंत बाद टीम इंडिया रेड बॉल मोड में लौट रही है और नजरें पिच के बर्ताव पर टिकी हैं।
गांगुली का कहना: टर्निंग ट्रैक की कोई मांग नहीं आई
CAB अध्यक्ष सौरव गांगुली के अनुसार टीम इंडिया ने पहले दिन से तेज टर्न देने वाली सतह की मांग नहीं की। उनके मुताबिक तैयार पट्टी अच्छी दिख रही है और स्वाभाविक चरित्र बनाए रखेगी।
क्यूरेटर की योजना: पाँच दिन का मैच, तीसरे दिन से स्पिन की मदद
ईडन गार्डन्स क्यूरेटर सुजान मुखर्जी ने बताया कि पिच ऐसी तैयार है कि मैच पूरे पाँच दिन खेले जा सकें। शुरुआती दो दिन बल्लेबाजी सुगम रह सकती है और तीसरे दिन से स्पिनरों को सहायता मिलने की उम्मीद है।
हाल के अनुभव से मिली सीख और नई अप्रोच
पिछले वर्षों में अति टर्न पर भारतीय बल्लेबाज भी विदेशी स्पिनरों के सामने जूझे। इंडोर जैसे अनुभवों के बाद टीम अब संतुलित सतह चाहती है जो कौशल और धैर्य की परीक्षा ले।
मैच से क्या उम्मीद करें
- नई गेंद और उछाल शुरुआती सत्रों में अहम रहेंगे
- मध्य चरणों में रन गति नियंत्रित रखना उपयोगी रहेगा
- तीसरे और चौथे दिन रफ पैच से स्पिन निर्णायक हो सकता है
शेड्यूल एक नजर में
- पहला टेस्ट: 14–18 नवंबर, ईडन गार्डन्स, कोलकाता
- दूसरा टेस्ट: 22–26 नवंबर, गुवाहाटी