
भारत 201 पर सिमटा, साउथ अफ्रीका की 288 रन की मजबूत बढ़त
गुवाहाटी टेस्ट में भारतीय टीम पहली पारी में 201 रन पर ढेर हो गई और साउथ अफ्रीका ने मुकाबले पर अपनी पकड़ और मजबूत कर ली। मेहमान टीम के पास अब 288 रनों की भारी बढ़त है। भारत फॉलोऑन से भी खुद को नहीं बचा पाया, क्योंकि इसके लिए उसे कम से कम 290 रन बनाने की जरूरत थी।
भारत और साउथ अफ्रीका के बीच दो मैचों की टेस्ट सीरीज के दूसरे मुकाबले के तीसरे दिन, सोमवार (21 नवंबर) को भारतीय पारी 201 पर समाप्त हुई। इसके बावजूद साउथ अफ्रीका ने भारत को फॉलोऑन देने का विकल्प नहीं चुना और दोबारा बल्लेबाजी करने उतरने का फैसला किया। पहले कोलकाता टेस्ट में हार के बाद भारत सीरीज में 0-1 से पिछड़ रहा है, ऐसे में यहां भी स्थिति खराब होने से क्लीन स्वीप का खतरा मंडरा रहा है।
इस टेस्ट में साउथ अफ्रीका के लिए मार्को यानसेन असली हीरो बनकर उभरे हैं। पहले उन्होंने 91 गेंदों पर 93 रन की दमदार पारी खेलकर टीम को बड़ा स्कोर खड़ा करने में मदद की, और फिर गेंद से कमाल दिखाते हुए 6 विकेट अपने नाम कर लिए। भारत की ओर से सिर्फ यशस्वी जायसवाल ही अर्धशतक बना सके, जबकि वाशिंगटन सुंदर और कुलदीप यादव की साझेदारी ने टीम को 200 के आंकड़े तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई।
राहुल–जायसवाल की अच्छी शुरुआत के बाद ढह गया भारतीय मध्यक्रम
भारत को अच्छी शुरुआत केएल राहुल और यशस्वी जायसवाल ने दिलाई। दोनों ने मिलकर पहले विकेट के लिए 65 रन जोड़े। साझेदारी को केशव महाराज ने तोड़ा, जब उन्होंने राहुल को आउट किया। राहुल 22 रन बनाकर पवेलियन लौटे। इसके बाद जायसवाल और साई सुदर्शन के बीच भी एक उपयोगी साझेदारी बनने के संकेत दिख रहे थे।
इसी बीच साइमन हार्मर ने यशस्वी जायसवाल को आउट कर भारत को बड़ा झटका दिया। जायसवाल 58 रन बनाकर लौटे और स्कोर 65/1 से 95/2 हो गया। अगले ही ओवर में हार्मर ने साई सुदर्शन को भी चलता कर दिया, जो 15 रन ही जोड़ पाए। इसके बाद भारतीय पारी बिखरने लगी।
मार्को यानसेन ने मिडिल ऑर्डर को ध्वस्त कर दिया। उन्होंने ध्रुव जुरेल को शून्य पर, ऋषभ पंत को 7, रविंद्र जडेजा को 6 और नितीश कुमार रेड्डी को 10 रन पर आउट कर दिया। देखते ही देखते भारत का स्कोर 119 पर 6 विकेट हो गया और लगने लगा कि टीम 130 तक भी नहीं पहुंच पाएगी। इसी सीरीज से जुड़ी एक और चर्चा में पहले वनडे के लिए प्लेइंग इलेवन को लेकर ऋतुराज–जायसवाल और तिलक–पंत जैसे विकल्पों पर भी सवाल उठ रहे हैं।
सुंदर–कुलदीप की जुझारू साझेदारी, यानसेन की 6 विकेट की अहम भूमिका
टॉप और मिडिल ऑर्डर के ढहने के बाद वाशिंगटन सुंदर और कुलदीप यादव ने पारी को संभालने की कोशिश की। दोनों के बीच 72 रनों की महत्वपूर्ण साझेदारी हुई। इस जोड़ी ने 208 गेंदों का सामना कर साउथ अफ्रीकी गेंदबाजों को लंबे स्पेल डालने पर मजबूर किया।
हार्मर ने आखिरकार वाशिंगटन सुंदर को आउट कर यह साझेदारी तोड़ी। सुंदर ने 92 गेंदों पर 48 मूल्यवान रन बनाए। इसके बाद कुलदीप यादव को भी मार्को यानसेन ने पवेलियन भेजकर अपना “पंजा” पूरा किया। कुलदीप ने 134 गेंदें खेलकर 19 रन जोड़े और लंबे समय तक एक छोर संभाले रखा।
जसप्रीत बुमराह 5 रन बनाकर आखिरी विकेट के रूप में आउट हुए, जबकि मोहम्मद सिराज 2 रन बनाकर नाबाद रहे। साउथ अफ्रीका के लिए यानसेन ने कुल 6 विकेट झटके, साइमन हार्मर ने 3 विकेट हासिल किए और केशव महाराज को 1 सफलता मिली। इन प्रदर्शन के चलते भारत पर न सिर्फ इस टेस्ट में बल्कि पूरी सीरीज में क्लीन स्वीप का खतरा बढ़ गया है।