
छठे मैच में पहली सेंचुरी और टीम के लिए भरोसा
भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज ध्रुव जुरैल ने अहमदाबाद में वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट के दूसरे दिन अपना पहला टेस्ट शतक पूरा किया. यह उपलब्धि उनके छठे मैच में आई. जुरैल को इस सीरीज में चोटिल ऋषभ पंत की जगह चुना गया था. पंत के स्तर की आक्रामक बैटिंग को रिप्लेस करना आसान नहीं माना जाता. जुरैल ने लम्बी पारी खेलकर साबित किया कि वे पांच दिन के प्रारूप में भरोसेमंद हैं.
रांची में नब्बे पर रुकने के बाद अधूरा काम पूरा
जुरैल को पहला मौका इंग्लैंड के खिलाफ दो हजार चौबीस की घरेलू सीरीज में मिला. राजकोट में डेब्यू पारी में उन्होंने छयालिस रन बनाए. रांची टेस्ट की पहली पारी में वे शानदार लय में थे. पहला शतक करीब था. स्कोर नब्बे पर रुक गया और निराशा भी रही क्योंकि अगला मौका तुरंत मिलना संभव नहीं दिख रहा था. अब पंत की गैरहाजिरी में वापस मिले अवसर को जुरैल ने सौ में बदल दिया. रांची का अधूरा काम अहमदाबाद में पूरा हुआ.
रिकॉर्ड बुक में नई एंट्री और वेस्टइंडीज के खिलाफ खास उपलब्धि
जुरैल टेस्ट शतक बनाने वाले भारत के बारहवें विकेटकीपर बने. साथ ही वे भारत के ऐसे पांचवें विकेटकीपर हैं जिनका पहला टेस्ट शतक वेस्टइंडीज के खिलाफ आया. यह पारी बताती है कि टीम प्रबंधन के लिए वे केवल विकल्प नहीं बल्कि दीर्घकालिक योजना का हिस्सा बन सकते हैं.