
टीम इंडिया को तिहरा झटका
भारत और इंग्लैंड के बीच मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड में 23 जुलाई 2025 से शुरू होने वाले चौथे टेस्ट से पहले भारतीय टीम को तगड़ा झटका लगा है। बीसीसीआई ने 20 जुलाई को घोषणा की कि ऑलराउंडर नीतीश रेड्डी बाएं घुटने की चोट के कारण सीरीज के बाकी दो टेस्ट से बाहर हो गए हैं और स्वदेश लौटेंगे। तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह भी बाएं अंगूठे में गहरे कट के कारण चौथे टेस्ट से बाहर हैं, जबकि आकाश दीप की फिटनेस पर संदेह है। हरियाणा के 24 वर्षीय तेज गेंदबाज अंशुल कंबोज को कवर के रूप में टीम में शामिल किया गया है।
चोटों का विवरण
- नीतीश रेड्डी: 20 जुलाई को जिम सेशन के दौरान रेड्डी के बाएं घुटने में लिगामेंट डैमेज हुआ। स्कैन ने चोट की पुष्टि की, और वह सीरीज से बाहर हो गए। रेड्डी, जो निचले क्रम में बल्लेबाजी (6, 12 रन, लीड्स) और मध्यम गति की गेंदबाजी (1 विकेट) से योगदान देते थे, भारत की रणनीति के लिए अहम थे।
- अर्शदीप सिंह: गुरुवार को नेट्स में साई सुदर्शन के फॉलो-थ्रू पर गेंद रोकते समय अर्शदीप के बाएं अंगूठे में गहरा कट लगा, जिसके लिए टांके लगे। उनकी रिकवरी में कम से कम 10 दिन लगेंगे, जिससे वह मैनचेस्टर टेस्ट से बाहर हो गए।
- आकाश दीप: तेज गेंदबाज आकाश दीप भी चोटिल हैं, और उनका मैनचेस्टर टेस्ट में खेलना मुश्किल लग रहा है। हालांकि, बीसीसीआई ने उनकी चोट की गंभीरता पर स्पष्ट अपडेट नहीं दिया।
- ऋषभ पंत: लॉर्ड्स टेस्ट में जसप्रीत बुमराह की गेंद को कीपिंग करते समय पंत को चोट लगी थी। संभावना है कि वह मैनचेस्टर में विशेषज्ञ बल्लेबाज के रूप में खेलेंगे, जबकि ध्रुव जुरेल विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी संभाल सकते हैं।
अंशुल कंबोज की एंट्री
24 वर्षीय दाएं हाथ के तेज गेंदबाज अंशुल कंबोज को अर्शदीप और आकाश दीप के कवर के रूप में भारतीय टीम में शामिल किया गया। हरियाणा के लिए 24 प्रथम श्रेणी मैचों में 22.88 की औसत से 79 विकेट लेने वाले कंबोज ने हाल ही में इंग्लैंड लायंस के खिलाफ भारत-ए के लिए दो तीन दिवसीय मैचों में 5 विकेट लिए। आईपीएल 2025 में चेन्नई सुपर किंग्स के लिए 8 मैचों में 8 विकेट (21.50 औसत) के साथ उनकी गति (140 किमी/घंटा) और सटीक लेंथ ने चयनकर्ताओं को प्रभावित किया। वह मैनचेस्टर में टीम से जुड़ गए हैं और टेस्ट डेब्यू की दहलीज पर हैं।
मैच का संदर्भ
भारत 5 टेस्ट मैचों की सीरीज में 1-2 से पीछे है, जिसमें एजबेस्टन में 336 रनों की जीत (शुभमन गिल 430 रन, आकाश दीप 10 विकेट) के बाद लॉर्ड्स में हार का सामना करना पड़ा। मैनचेस्टर टेस्ट भारत के लिए ‘करो या मरो’ वाला है, क्योंकि सीरीज बराबर करने के लिए जीत जरूरी है। इंग्लैंड, जो बेन स्टोक्स और जो रूट के नेतृत्व में मजबूत है, जोफ्रा आर्चर की वापसी से और ताकतवर है। नीतीश की अनुपस्थिति में शार्दुल ठाकुर (12 टेस्ट, 33 विकेट) को प्लेइंग-11 में मौका मिल सकता है, जिन्हें लीड्स में खेलने के बाद बाहर रखा गया था।
फैन और विशेषज्ञों की राय
प्रशंसक कंबोज की एंट्री को “नई उम्मीद” बता रहे हैं, लेकिन रेड्डी और अर्शदीप की चोटों को “बड़ा झटका” मानते हैं। कुछ लोग गौतम गंभीर की कोचिंग रणनीति पर सवाल उठा रहे हैं, खासकर मध्यम गति के गेंदबाजों की चोटों पर। मार्क बुचर ने कहा, “भारत के लिए गिल और जडेजा पर दबाव बढ़ गया है।” भारत की अपडेटेड टीम में शुभमन गिल (कप्तान), यशस्वी जायसवाल, केएल राहुल, रवींद्र जडेजा, और जसप्रीत बुमराह मुख्य ताकत हैं, लेकिन निचले क्रम की कमजोरी (करुण नायर, साई सुदर्शन) चिंता का विषय है।
आगे क्या?
मैनचेस्टर टेस्ट 23 जुलाई से शुरू होगा, जिसमें भारत को बुमराह (2 टेस्ट, 8 विकेट) और मोहम्मद सिराज (6/70, एजबेस्टन) पर निर्भर रहना होगा। कंबोज के डेब्यू की संभावना है, खासकर अगर आकाश दीप फिट नहीं होते। पंत की फिटनेस और जुरेल की कीपिंग अहम होगी। सीरीज का अंतिम टेस्ट 31 जुलाई को ओवल में होगा, जहां भारत को WTC 2025-27 के लिए अंक चाहिए। प्रशंसक गिल के फॉर्म (585 रन, 3 शतक) और कंबोज की गति पर आशावादी हैं, लेकिन इंग्लैंड के बेन डकेट और रूट के खिलाफ सावधानी बरतने की मांग कर रहे हैं।