विनेश फोगाट के डिसक्वालिफिकेशन पर विशेष सूट की कहानी

भारतीय रेसलर विनेश फोगाट के ओलंपिक से डिसक्वालिफाई होने के बाद उनकी एक तस्वीर काफी वायरल हो रही है, जिसमें वह ग्राउंड में एक ट्रैक सूट पहने बैठी हुई हैं। इस तस्वीर ने सोशल मीडिया और अखबारों में काफी जगह बनाई है। यह सूट सामान्य ट्रैक सूट नहीं है, बल्कि इसका वजन घटाने से सीधा संबंध है।

वजन घटाने के प्रयास

विनेश का वजन 50 किलो के अंदर रखने के लिए उन्होंने रातभर वर्कआउट किया। उनके वजन कम करने के प्रयास में इस सूट का अहम रोल रहा। उन्होंने पानी नहीं पिया, साइकलिंग की और वर्कआउट किया। इसके बावजूद उनका वजन 100 ग्राम अधिक रह गया, जिससे उन्हें खेलने नहीं दिया गया।

सौना सूट की विशेषता

इस सूट को सौना सूट कहा जाता है, जो प्लास्टिक या रबर से बना होता है और बॉडी में हीट पैदा करता है। इसे पहनकर वर्कआउट करने से बॉडी से पानी निकलता है और वजन तेजी से कम होता है। यह सूट गले, कलाई और टखने के पास से टाइट होता है, जिससे हवा बाहर नहीं जाती और हीट से पसीना निकलता है।

हालांकि, इसका लंबे समय तक इस्तेमाल करना सही नहीं माना जाता क्योंकि इससे बॉडी में पानी की कमी हो सकती है। कई एक्सपर्ट इसके नुकसान बताते हैं और एथलीट को इसे ज्यादा समय तक पहनने की सलाह नहीं देते।

निष्कर्ष

विनेश फोगाट का डिसक्वालिफिकेशन और उनके द्वारा पहना गया सौना सूट काफी चर्चा में है। इस सूट ने उनके वजन कम करने में अहम भूमिका निभाई, लेकिन इसके अधिक उपयोग से बचने की सलाह दी जाती है।

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लेखक के बारे में
क्रिकेट विशेषज्ञ

1987 में कोलकाता में पैदा हुए रोहन शर्मा ने 2012 में पुणे विश्वविद्यालय से स्पोर्ट्स सांख्यिकी में मास्टर्स की डिग्री पूरी की। 2013 से 2020 तक, उन्होंने भारतीय क्रिकेट बोर्ड के साथ सहयोग किया, खिलाड़ियों के एनालिटिक्स और खेल रणनीति के अनुकूलन पर ध्यान केंद्रित किया। शर्मा ने 16 शैक्षिक पेपर लिखे हैं, मुख्य रूप से गेंदबाजी तकनीकों के विकास और फ़ील्ड प्लेसमेंट के परिवर्तन का समर्थन किया। 2021 में, उन्होंने पत्रकारिता में परिवर्तन किया। शर्मा वर्तमान में क्रिकेट पर विश्लेषणात्मक लेख लिखते हैं, मैच गतिकी और खिलाड़ी रणनीतियों पर दृष्टिकोण प्रस्तुत करते हैं, नियमित रूप से विभिन्न खेल-केंद्रित प्लेटफ़ॉर्मों में योगदान करते हैं।

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