थॉमस मुलर का चौंकाने वाला संन्यास

forward Thomas Müller

जर्मनी के दिग्गज फुटबॉलर थॉमस मुलर ने अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल से संन्यास लेने की घोषणा की है। 34 वर्षीय थॉमस मुलर ने जर्मनी की ओर से 131 मैच खेले और 45 गोल किए। मुलर, जिन्होंने 2014 में विश्व कप जीतने वाली जर्मन टीम के सदस्य थे, ने सोशल मीडिया पर एक विशेष वीडियो पोस्ट के जरिए अपने संन्यास की जानकारी दी।

थॉमस मुलर ने 2010 में अर्जेंटीना के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल में पदार्पण किया था। अपने करियर के दौरान, उन्होंने चार विश्व कप और इतने ही यूरोपीय चैंपियनशिप में भाग लिया। मुलर का करियर 14 साल लंबा रहा, जिसमें उन्होंने कई महत्वपूर्ण मैच खेले और जर्मनी को कई बार जीत दिलाई।

संन्यास का ऐलान

थॉमस मुलर ने कहा, “अपने देश की तरफ से खेलने में मुझे हमेशा गर्व महसूस हुआ। हमने मिलकर जश्न मनाया और कभी-कभी साथ में आंसू भी बहाए। मैं सभी प्रशंसकों और जर्मन टीम के अपने साथियों का इतने वर्षों तक मेरा समर्थन करने के लिए आभार व्यक्त करता हूं।” मुलर ने जर्मनी की तरफ से अपना आखिरी मैच यूरो 2024 के विजेता स्पेन के खिलाफ क्वार्टर फाइनल के रूप में खेला था।

क्लब फुटबॉल में मुलर

हालांकि, थॉमस मुलर क्लब फुटबॉल खेलते रहेंगे। अगले सीज़न में मुलर बार्यन म्युनिख की टीम का हिस्सा रह सकते हैं, जो जर्मन लीग का खिताब जीतने और UEFA चैम्पियन्स लीग में अपनी जगह बनाने की कोशिश करेगी। बार्यन म्युनिख के साथ मुलर का करियर भी बहुत सफल रहा है, जहां उन्होंने कई बार लीग खिताब और चैंपियंस लीग जीते हैं।

मुलर की उपलब्धियाँ

थॉमस मुलर की उपलब्धियों की सूची लंबी है। उन्होंने 2014 में जर्मनी को विश्व कप जीतने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इसके अलावा, मुलर ने कई व्यक्तिगत पुरस्कार भी जीते हैं, जिनमें विश्व कप गोल्डन बूट और सिल्वर बॉल शामिल हैं। मुलर की खेल के प्रति प्रतिबद्धता और टीम के लिए समर्पण ने उन्हें एक महान खिलाड़ी बना दिया है।

भविष्य की योजनाएँ

संन्यास के बाद, थॉमस मुलर अपनी अगली योजनाओं पर ध्यान केंद्रित करेंगे। वह अपनी अनुभवों को साझा करने और युवा खिलाड़ियों को मार्गदर्शन देने की योजना बना सकते हैं। मुलर की खेल की समझ और नेतृत्व क्षमता उन्हें फुटबॉल जगत में एक महत्वपूर्ण व्यक्तित्व बनाए रखेगी।

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लेखक के बारे में
क्रिकेट विशेषज्ञ

1987 में कोलकाता में पैदा हुए रोहन शर्मा ने 2012 में पुणे विश्वविद्यालय से स्पोर्ट्स सांख्यिकी में मास्टर्स की डिग्री पूरी की। 2013 से 2020 तक, उन्होंने भारतीय क्रिकेट बोर्ड के साथ सहयोग किया, खिलाड़ियों के एनालिटिक्स और खेल रणनीति के अनुकूलन पर ध्यान केंद्रित किया। शर्मा ने 16 शैक्षिक पेपर लिखे हैं, मुख्य रूप से गेंदबाजी तकनीकों के विकास और फ़ील्ड प्लेसमेंट के परिवर्तन का समर्थन किया। 2021 में, उन्होंने पत्रकारिता में परिवर्तन किया। शर्मा वर्तमान में क्रिकेट पर विश्लेषणात्मक लेख लिखते हैं, मैच गतिकी और खिलाड़ी रणनीतियों पर दृष्टिकोण प्रस्तुत करते हैं, नियमित रूप से विभिन्न खेल-केंद्रित प्लेटफ़ॉर्मों में योगदान करते हैं।

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