भारतीय क्रिकेट टीम के अनुभवी तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी एक बार फिर क्रिकेट के मैदान पर लौटने के लिए तैयार हैं। उनकी आगामी रणजी ट्रॉफी में वापसी की संभावना है, जिससे न केवल बंगाल की टीम को बल मिलेगा, बल्कि शमी की फिटनेस को भी परखने का अवसर मिलेगा। इस लेख में, हम शमी की वापसी की तैयारियों और उनके भविष्य के लक्ष्यों पर चर्चा करेंगे।
रणजी ट्रॉफी से होगी वापसी
मोहम्मद शमी अक्टूबर में शुरू होने वाली रणजी ट्रॉफी से क्रिकेट के मैदान पर वापसी कर सकते हैं। बंगाल की टीम के लिए उनका पहला मैच उत्तर प्रदेश के खिलाफ हो सकता है, जो 11 अक्टूबर से शुरू होने वाली है। शमी ने इस सीजन में पूरी तरह फिट होने का लक्ष्य रखा है, ताकि वे नवंबर में होने वाले महत्वपूर्ण ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए तैयार हो सकें।
एनसीए में गेंदबाजी की शुरुआत
शमी ने बेंगलुरु स्थित नेशनल क्रिकेट एकेडमी (NCA) में गेंदबाजी का अभ्यास शुरू कर दिया है। इस कदम से उनकी मैच फिटनेस को मजबूत किया जा रहा है। शमी हाल ही में एक एंकल सर्जरी से उबरे हैं, और अब वे अपने अंतिम रिहैबिलिटेशन चरण में हैं। उन्होंने नेट्स में धीरे-धीरे गेंदबाजी करते हुए अपनी गति और लाइन-लेंथ को फिर से सुधारने का काम किया है।
न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज
भारत और न्यूजीलैंड के बीच अक्टूबर में शुरू होने वाली टेस्ट सीरीज में भी शमी के खेलने की संभावना है। यदि शमी अपनी फिटनेस को साबित करने में सफल रहते हैं, तो वे न्यूजीलैंड के खिलाफ बाकी टेस्ट मैचों में हिस्सा ले सकते हैं। यह सीरीज शमी के लिए महत्वपूर्ण होगी, क्योंकि यह उनके लंबे अंतराल के बाद वापसी का अवसर होगा।
ऑस्ट्रेलिया दौरे की तैयारी
शमी का सबसे बड़ा लक्ष्य नवंबर में शुरू होने वाले ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए पूरी तरह फिट होना है। भारत को इस दौरे पर पांच टेस्ट मैच खेलने हैं, जिसमें शमी का योगदान बेहद महत्वपूर्ण होगा। सिलेक्टर्स भी शमी, मोहम्मद सिराज, और जसप्रीत बुमराह को फिट रखने पर जोर दे रहे हैं, ताकि भारतीय टीम पिछले दो बॉर्डर-गावस्कर सीरीज की तरह इस बार भी ऑस्ट्रेलिया में सफल हो सके।
शमी की उपलब्धियाँ
मोहम्मद शमी ने अपने करियर में भारत के लिए 64 टेस्ट मैचों में 229 विकेट लिए हैं, जिनमें से 6 बार उन्होंने पारी में पांच विकेट झटके हैं। वनडे में उनके नाम 195 विकेट और टी-20 में 24 विकेट हैं। इसके अलावा, वे इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में गुजरात टाइटंस के लिए खेलते हैं। शमी की वापसी न केवल भारतीय टीम के लिए बल्कि बंगाल की रणजी टीम के लिए भी एक बड़ी उम्मीद होगी।
निष्कर्ष
मोहम्मद शमी की मैदान पर वापसी न केवल उनके लिए बल्कि भारतीय क्रिकेट टीम के लिए भी एक सकारात्मक संकेत है। उनके अनुभव और कौशल का फायदा भारतीय टीम को आगामी ऑस्ट्रेलिया दौरे पर मिल सकता है। अब सबकी निगाहें शमी की फिटनेस और उनके प्रदर्शन पर टिकी रहेंगी, ताकि वे अपनी पुरानी लय में वापस आ सकें और भारतीय टीम को जीत की राह पर ले जा सकें।