इशान किशन बाहर, संजू सैमसन को बड़ा मौका: दलीप ट्रॉफी में कौन चमकेगा?

Sanju-Samson-Ishan-Kishan

भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज इशान किशन को ग्रोइन में चोट लगने के कारण दलीप ट्रॉफी 2024 के पहले राउंड से बाहर होना पड़ा है। बीसीसीआई ने इस बात की पुष्टि की है कि इशान को यह चोट बुची बाबू टूर्नामेंट के दौरान लगी थी। इशान किशन की चोट पर बीसीसीआई की मेडिकल टीम लगातार नजर रख रही है और उनके शीघ्र स्वस्थ होने के लिए काम कर रही है।

संजू सैमसन की एंट्री

इशान किशन के बाहर होने के बाद बीसीसीआई ने विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन को इंडिया डी टीम में शामिल किया है। संजू पहले दलीप ट्रॉफी के लिए नहीं चुने गए थे, लेकिन इशान की चोट ने उनके लिए यह मौका खोल दिया है। संजू सैमसन के शामिल होने से टीम की बल्लेबाजी को मजबूती मिलेगी।

सूर्यकुमार यादव और प्रसिद्ध कृष्णा भी बाहर

इशान किशन के अलावा, भारतीय टी20 टीम के कप्तान सूर्यकुमार यादव भी चोट के कारण पहले मैच से बाहर हो गए हैं। सूर्यकुमार को कोयंबटूर में टीएनसीए इलेवन के खिलाफ बुची बाबू आमंत्रण टूर्नामेंट के दौरान हाथ में चोट लगी थी। उन्होंने बेंगलुरु में राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (NCA) में रिपोर्ट किया है, जहां उनका आकलन किया जा रहा है। इसी तरह, तेज गेंदबाज प्रसिद्ध कृष्णा भी सर्जरी से उबर रहे हैं और अभी तक पूरी तरह से फिट नहीं हो पाए हैं।

दलीप ट्रॉफी 2024 की शुरुआत

दलीप ट्रॉफी का आयोजन 5 सितंबर 2024 से हो रहा है, जिसमें चार प्रमुख टीमें भाग ले रही हैं। इस टूर्नामेंट में शुभमन गिल, श्रेयस अय्यर, शिवम दुबे, कुलदीप यादव और मयंक अग्रवाल जैसे दिग्गज खिलाड़ी खेलते नजर आएंगे। टूर्नामेंट का पहला मुकाबला इंडिया ए और इंडिया बी के बीच बेंगलुरु के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेला जाएगा।

संजू सैमसन के लिए सुनहरा मौका

संजू सैमसन के लिए दलीप ट्रॉफी में शामिल होना एक बड़ा मौका है, जहां वे अपनी प्रतिभा दिखा सकते हैं। संजू को भारतीय टीम में अपनी जगह पक्की करने के लिए एक अच्छा मंच मिला है। अगर वे इस मौके को भुना लेते हैं, तो उन्हें आगामी अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों में भी टीम इंडिया का हिस्सा बनने का मौका मिल सकता है।

इशान किशन की चोट टीम के लिए एक झटका है, लेकिन संजू सैमसन और अन्य खिलाड़ियों के लिए यह मौका नई संभावनाओं के दरवाजे खोलता है। दलीप ट्रॉफी का यह संस्करण नए और अनुभवी खिलाड़ियों के प्रदर्शन के लिए एक महत्वपूर्ण मंच साबित होगा।

आपको भी पसंद आएगा
लेखक के बारे में
क्रिकेट विशेषज्ञ

1987 में कोलकाता में पैदा हुए रोहन शर्मा ने 2012 में पुणे विश्वविद्यालय से स्पोर्ट्स सांख्यिकी में मास्टर्स की डिग्री पूरी की। 2013 से 2020 तक, उन्होंने भारतीय क्रिकेट बोर्ड के साथ सहयोग किया, खिलाड़ियों के एनालिटिक्स और खेल रणनीति के अनुकूलन पर ध्यान केंद्रित किया। शर्मा ने 16 शैक्षिक पेपर लिखे हैं, मुख्य रूप से गेंदबाजी तकनीकों के विकास और फ़ील्ड प्लेसमेंट के परिवर्तन का समर्थन किया। 2021 में, उन्होंने पत्रकारिता में परिवर्तन किया। शर्मा वर्तमान में क्रिकेट पर विश्लेषणात्मक लेख लिखते हैं, मैच गतिकी और खिलाड़ी रणनीतियों पर दृष्टिकोण प्रस्तुत करते हैं, नियमित रूप से विभिन्न खेल-केंद्रित प्लेटफ़ॉर्मों में योगदान करते हैं।

आपकी टिप्पणी को छोड़ दो
हर कोई आपकी टिप्पणी देखेगा